स्त्री रोग संबंधी घातक बीमारियों में आणविक और आनुवंशिक अध्ययनों ने निदान, रोग का निदान और लक्षित उपचार में क्रांति ला दी है। जीनोमिक अनुक्रमण में प्रगति ने डिम्बग्रंथि (BRCA1/2, TP53), एंडोमेट्रियल (PTEN, MSI) और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर (HPV एकीकरण, PIK3CA) में प्रमुख उत्परिवर्तन की पहचान की है। ये निष्कर्ष सटीक चिकित्सा में सहायता करते हैं, BRCA-उत्परिवर्तित डिम्बग्रंथि के कैंसर के लिए PARP अवरोधकों जैसे व्यक्तिगत उपचारों का मार्गदर्शन करते हैं। डीएनए मिथाइलेशन और miRNA विनियमन सहित एपिजेनेटिक संशोधन, ट्यूमर की प्रगति और चिकित्सीय प्रतिक्रिया को और अधिक प्रभावित करते हैं। लिक्विड बायोप्सी और मल्टी-ओमिक्स दृष्टिकोण जैसी उभरती हुई तकनीकें प्रारंभिक पहचान और निगरानी को बढ़ाती हैं। इन आणविक मार्गों को समझना स्त्री रोग संबंधी घातक बीमारियों में नए उपचार विकसित करने और उत्तरजीविता परिणामों को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण है।
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