ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस सबसे जटिल किडनी विकारों में से एक है, जो अक्सर सूक्ष्म लक्षणों के साथ प्रकट होता है जिससे प्रारंभिक निदान मुश्किल हो जाता है। यह सत्र उन प्रमुख नैदानिक और प्रयोगशाला संकेतों को उजागर करेगा जो इस स्थिति को उसके शुरुआती चरणों में पहचानने में मदद करते हैं। हम इसके रोगजनन, निदान उपकरणों और विकसित हो रहे उपचार दृष्टिकोणों को समझने में नवीनतम प्रगति का पता लगाएंगे। विज्ञान को व्यवहार से जोड़कर, इस चर्चा का उद्देश्य चिकित्सकों को रोगी परिणामों को बेहतर बनाने के लिए व्यावहारिक रणनीतियों से लैस करना है।
विभागाध्यक्ष, नेफ्रोलॉजी, एनएमसी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, दुबई