आयुष (आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी) पेशेवरों के लिए भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करियर के अवसर बढ़ रहे हैं। समग्र और निवारक स्वास्थ्य सेवा की ओर वैश्विक बदलाव के साथ, आयुष चिकित्सकों की अब वेलनेस सेंटरों, एकीकृत चिकित्सा क्लीनिकों, अनुसंधान संस्थानों और सरकारी स्वास्थ्य मिशनों में मांग बढ़ रही है। भारत में, आयुष मंत्रालय जैसी पहलों के तहत, उनकी भूमिकाएँ नैदानिक अभ्यास और शिक्षण से लेकर जन स्वास्थ्य और नीति विकास तक फैली हुई हैं। विदेशों में, संयुक्त अरब अमीरात, जर्मनी, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश आयुष प्रणालियों को तेज़ी से मान्यता दे रहे हैं, जिससे वैकल्पिक चिकित्सा, वेलनेस पर्यटन और उत्पाद विकास के क्षेत्र में नए द्वार खुल रहे हैं। इस सत्र में उभरते हुए रास्तों और पेशेवरों को इन बढ़ते अवसरों का लाभ उठाने के लिए कैसे तैयार किया जा सकता है, इस पर चर्चा की जाएगी।
वरिष्ठ सलाहकार, आयुर्वेदिक चिकित्सा, नवी मुंबई और कार्यकारी संपादक, मेडटिगो, संयुक्त राज्य अमेरिका
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