युवा उद्यमियों में हृदयाघात के बढ़ते मामले एक गंभीर स्वास्थ्य चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। तीव्र तनाव, लंबे समय तक काम करना, अस्वास्थ्यकर खान-पान की आदतें और शारीरिक गतिविधि की कमी इस समूह में हृदय संबंधी समस्याओं के लिए प्रमुख योगदानकर्ता हैं। इससे अक्सर व्यक्तिगत स्वास्थ्य की उपेक्षा होती है, जिसके परिणामस्वरूप अनियमित नींद पैटर्न और क्रोनिक थकान होती है। इसके अतिरिक्त, नियमित चिकित्सा जांच न करवाने से अंतर्निहित हृदय संबंधी स्थितियों का पता नहीं चल पाता है। इस बढ़ते जोखिम को कम करने के लिए तनाव प्रबंधन, स्वस्थ जीवनशैली विकल्पों और नियमित स्वास्थ्य जांच पर जोर देना महत्वपूर्ण है
कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट, अपोलो हॉस्पिटल्स, हैदराबाद
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