गंभीर रूप से बीमार मरीजों के स्वास्थ्य सेवा से जुड़े संक्रमणों के प्रति संवेदनशील होने के कारण ICU में संक्रमण नियंत्रण सर्वोपरि है। मरीजों और स्वास्थ्य सेवा कर्मियों के बीच रोगाणुओं के संक्रमण को रोकने के लिए हाथ की स्वच्छता प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना मौलिक है। दस्ताने, गाउन और मास्क जैसे व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE) का उपयोग करने से क्रॉस-संदूषण का जोखिम कम हो जाता है। सतहों और उपकरणों की नियमित रूप से सफाई और कीटाणुशोधन संक्रामक एजेंटों के प्रसार को कम करने में मदद करता है। ज्ञात या संदिग्ध संक्रमण वाले मरीजों के लिए अलगाव संबंधी सावधानियों को लागू करने से ICU के भीतर प्रकोप को रोकने में मदद मिलती है। स्वास्थ्य सेवा से जुड़े संक्रमणों की नियमित निगरानी से शुरुआती पहचान और तुरंत हस्तक्षेप संभव है। कैथेटर और वेंटिलेटर जैसे आक्रामक उपकरणों का उचित प्रबंधन डिवाइस से संबंधित संक्रमणों के जोखिम को कम करता है। निगरानी डेटा और उभरते साक्ष्य के आधार पर संक्रमण नियंत्रण प्रोटोकॉल का निरंतर मूल्यांकन और समायोजन ICU में इष्टतम रोगी सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
चीफ इंटेंसिविस्ट श्री सिद्धार्थ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, तुमकुर
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